सपनों की सच्चाई

Spiritual stories
3 min readOct 16, 2021
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सपनों की सच्चाई, अपने जीवन में सभी इंसान सपने जरूर देखते हैं लेकिन इन सपनों कि सच्चाई क्या है हम में से कोई भी नहीं जानता | सपने क्या है, और यह क्यों आते हैं | क्या हम जो भी सपना देखते हैं वह सच हो जाता है |
सपने हमें क्यों आते हैं ?

हम जो भी सपने देखते हैं उनका हकीकत से कोई भी वास्ता नहीं होता, सपने हमें इसलिए आते हैं कि हम सारा दिन जिस चीज के बारे में सोचते हैं या जिस चीज के बारे में बात करते हैं वही रात को सपने की शक्ल में हमारे सामने होता है | अगर हम सारा दिन अपने काम धंधे के बारे में सोचते रहेंगे तो रात को वही सपने के रूप में हमारे सामने होगा |

अगर सारा दिन पैसे या किसी और चीज के बारे में ज्यादा हम सोचते रहेंगे तो रात को वही हमारे सामने आ जाएगा लेकिन इन सपनों में कोई हकीकत नहीं होती | इस तरह के सपने तकरीबन हर इंसान दिखता है |

एक सपने दूसरी तरह के होते हैं जैसे कोई आलसी इंसान बिना मेहनत के आगे बढ़ना चाहता है वह सारा दिन आगे बढ़ने के बारे में सोचता रहता है लेकिन इसके लिए वह मेहनत नहीं करता | अब यह बात तो सोचने वाली है कि सिर्फ सोचने से तो कभी आगे नहीं बढ़ सकते | इसके लिए अपने सपनों को हकीकत में उतारने के लिए मेहनत तो करनी पड़ेगी तभी वह सपने सच हो पाएंगे |

कई बार यह सपने हमें बहुत ज्यादा परेशान कर देते हैं क्योंकि हमें इस तरह के सपने आते हैं जिनका हकीकत में कोई अस्तित्व नहीं होता | हम लोग सपनों में एक ऐसी दुनिया में पहुंच जाते हैं जिसका कोई वजूद ही नहीं है इस धरती पर | तो फिर आप सोच सकते हैं क्या इन सपनों में कोई सच्चाई होगी ?

सपने एक मूवी की तरह होते हैं जैसे मूवी 3 घंटे के बाद खत्म हो जाती है | जितने भी करैक्टर होते हैं वह सब काल्पनिक होते हैं जिनका हकीकत से कोई भी वास्ता नहीं होता | 3 घंटे की मूवी में एक बच्चा पैदा होता है, फिर वह जवान हो जाता है और देखते ही देखते वह एक रईस इंसान भी बन जाता है | क्या यह सब कुछ सच्चाई में हो सकता है ? सपने भी एक मूवी की तरह ही होते हैं जो थोड़ी देर के लिए हमें इस दुनिया से दूसरी दुनिया में ले जाते हैं, लेकिन जैसे ही हमारी नींद खुलती है हम उसी जगह पर होते हैं जहां हम सोए थे |

इसलिए जीवन में कभी भी सपनों की सच्चाई पर विश्वास नहीं करना चाहिए बल्कि हकीकत में जागती आंखों से अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए | जागती आंखों के सपने मेहनत और कड़े संघर्ष के बाद पूरे होते हैं |

दोस्तों यही हमारे सपनों की सच्चाई | आशा है आप को मेरा यह लेख जरूर पसंद आया होगा |

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धन्यवाद.

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