मृत्यु जीवन का सत्य है

Spiritual stories
4 min readApr 12, 2022
मृत्यु जीवन का सत्य है

मृत्यु हमारे जीवन का एक परम सत्य है, मृत्यु सिर्फ शरीर की होती है आत्मा कि नहीं, आत्मा अमर है। शरीर के खत्म होते ही आत्मा किसी दूसरे शरीर में प्रवेश कर जाती है। आत्मा शरीर को ऐसे बदलती है जैसे हम कपड़े बदलते हैं, कहने का मतलब यह है कि जैसे ही किसी इंसान की मृत्यु होती है, आत्मा इस शरीर को छोड़कर आगे चल देती है इसलिए मृत्यु को अगले जीवन की शुरुआत कहा जाता है। यह जीवन चक्र करोड़ों सालों से चल रहा है और आगे भी चलता रहेगा। जब तक इस पृथ्वी पर जीवन रहेगा मृत्यु भी होती रहेगी। मृत्यु के सत्य को जानने के लिए वैज्ञानिक बहुत समय से रिसर्च कर रहे हैं कि शरीर एकदम बेजान कैसे हो जाता है लेकिन अभी तक उन्हें इस बात में उन्हें कोई खास सफलता हासिल नहीं हुई है। वैज्ञानिक दृष्टि से मृत्यु अभी तक रहस्य ही बनी हुई है।

मृत्यु न केवल जीवन का अंत है बल्कि एक नए चक्र की शुरुआत भी है। जब हम मरते हैं, तो हमारा शरीर अलग-अलग तत्वों में विघटित हो जाता है, जिन्हें फिर से पृथ्वी में पुन: चक्रित किया जाता है। इस तरह प्रकृति काम करती है। यदि हम अपने आस-पास की दुनिया को देखें, तो हम देख सकते हैं कि कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहता है। सब कुछ अंततः खतम हो हो जाता है। इसलिए हमें इस प्राकृतिक घटना से सीख लेनी चाहिए और मृत्यु को जीवन का एक सामान्य हिस्सा मान लेना चाहिए।

हम लोग अक्सर मौत को सजा समझते हैं। लेकिन मृत्यु वास्तव में जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है। वास्तव में, मृत्यु के बिना, जीवन का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। इसलिए हमें मृत्यु से डरने की बजाय उसे गले लगाना चाहिए। जब हम मरते हैं, हम अपने आप को भौतिक शरीर से मुक्त करते हैं और शांति की स्थिति में प्रवेश करते हैं। हमारी आत्मा शरीर छोड़ देती है और परलोक की यात्रा करती है। हालांकि, इससे पहले कि हम अपने भौतिक शरीर को छोड़ दें, हमारे पास अपने जीवन में अच्छे कर्म करने का मौका है ।

मृत्यु जीवन का अंतिम परिणाम है। जीने के लिए हमें सांस लेने के लिए ऑक्सीजन, पीने के लिए पानी, खाने के लिए भोजन और महसूस करने के लिए प्यार चाहिए। इन चीजों के बिना हम मर जाते। लेकिन मृत्यु जीवन के विपरीत नहीं है; बल्कि, यह हमारे जीवन का अंतिम परिणाम है। हम मरे बिना नहीं रह सकते मृत्यु जीवन का अंतिम परिणाम है जीवन मृत्यु की शुरुआत है। ऐसे कई तरीके हैं जिनसे हम मर सकते हैं। कुछ लोग बुढ़ापे से मर जाते हैं, कुछ बीमारियों से, और कुछ लोग दुर्घटनाओं से। हालाँकि, मृत्यु अटल है। हम कितने भी लंबे समय तक जीवित रहें, हम अंततः मर जाएंगे।

इस दुनिया में हर इंसान की मृत्यु होती है । मृत्यु इस दुनिया की एक कड़वी सच्चाई है जिससे कोई भी भाग नहीं सकता, जिसने जन्म लिया है उसे एक ना एक दिन मरना ही है। इंसान के जन्म लेने से पहले ही उसकी मृत्यु लिखी जा चुकी है, यह कुदरत का अटल कानून है इसे कोई भी नहीं बदल सकता। मृत्यु जीवन का सत्य है। हम पैदा होते हैं, जीते हैं, मरते हैं। यही जीवन है।

हम अक्सर मृत्यु को अंतिम मानते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। वास्तव में, यह अभी किसी और चीज की शुरुआत है। जब हम मरते हैं, तो हमारी आत्माएं हमारे शरीर को छोड़ देती हैं और किसी तरह के जीवन के बाद यात्रा करती हैं। यह स्वर्ग या नर्क नहीं, कहीं कुछ और भी हो सकता है। शायद यह पुनर्जन्म है, शायद यह कुछ भी नहीं है। कौन जाने? मैं केवल इतना जानती हूं कि जब आत्मा शरीर को छोड़ती है, तो मुक्त हो जाती है । और अंत में अपने अस्तित्व के अगले चरण की ओर बढ़ जाती है ।

जीवन एक यात्रा है जिसे हम सब मिलकर करते हैं। हम इस दुनिया में पैदा होते हैं, हम अपना जीवन जीते हैं, और फिर अंत में हम मर जाते हैं। इस तरह चीजें काम करती हैं। मानव शरीर में कई अलग-अलग अंग होते हैं जिन्हें हमारे जीवित रहने के लिए ठीक से काम करने की आवश्यकता होती है। अगर इनमें से कोई भी सिस्टम सही तरीके से काम करना बंद कर देता है, तो हम मर जाएंगे। हमारे शरीर वास्तव में हमेशा के लिए नहीं हैं।

मृत्यु जीवन का सत्य है। हम मरने के लिए पैदा हुए हैं। मौत बुरी नहीं है। जीवन अच्छा नहीं है। मौत बुराई नहीं है। जीवन भी अच्छा नहीं है। कोई मृत्यु नहीं है। केवल परिवर्तन होता है। परिवर्तन प्रकृति का नियम है। जैसे पेड़ से पुराने पत्ते टूट कर नीचे गिर जाते हैं और फिर थोड़े समय के बाद नए पत्ते आ जाते हैं। इसी तरह पुराने शरीर खत्म हो जाते हैं और फिर एक नए जीवन की रचना होती है, एक नई शरीर के साथ। यही हमारे जीवन की सच्चाई है।

दोस्तों हमें कभी भी मृत्यु से घबराना नहीं चाहिए और ना ही डरना चाहिए क्योंकि जो चीज पहले ही निश्चित है उससे डरना क्या। परमात्मा ने हमें यह अनमोल जीवन दिया है इसको हमें अच्छे कार्यों में इस्तेमाल करना चाहिए ताकि परमात्मा भी हमसे खुश हो सके। हमारे जीवन का मकसद हमेशा दुखी लोगों की मदद और सभी के साथ प्यार से रहना होना चाहिए।

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धन्यवाद

Originally published at https://www.spiritualstories.online.

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