हमारी जिंदगी में अनमोल और सबसे प्यारा रिश्ता कौन सा होता है

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4 min readApr 16, 2021

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हमारी जिंदगी का अनमोल और सबसे प्यारा रिश्ता होता है पति पत्नी का . कहते हैं, इस दुनिया में सबसे बड़ा रिश्ता है गुरु और शिष्य का . और उसके बाद अगर कोई रिश्ता है तो वह है पति पत्नी का. ऐसा अनोखा रिश्ता जो बिना एक दूसरे को देखे और पहचाने बन जाता है . और बाद में वही रिश्ता सबसे प्यारा लगने लग जाता है. बहुत से लोगों ने पत्नी पर या फिर पति पर बहुत सारे चुटकुले बनाए हैं. लेकिन असल बातें यह है कि कोई भी पति अपनी पत्नी के बिना और कोई भी पत्नी अपने पति के बिना नहीं रह सकती. एक दूसरे का वजूद ही नहीं है एक दूसरे के बिना.

अपना घर बार अपने माता-पिता अपने खिलौने सखियां सहेली सब छोड़कर एक अनजान व्यक्ति के साथ चल पड़ती है जिसे उसने ना कभी जाना ना कभी पहचाना. वही मां बाप जो अपनी बेटी की तरफ किसी को नजर उठा कर नहीं देखने देते थे अब एक अनजान व्यक्ति के साथ भेज देते हैं. है ना बड़ा ही अनोखा यह रिश्ता. और वह व्यक्ति जो पहले उस लड़की को कभी जानता ही नहीं है अपने दिल की और अपने घर की रानी बना कर लाता है. इसलिए दोनों को चाहिए एक दूसरे का सम्मान करना. अगर पति पत्नी आपस में एक दूसरे से प्यार मोहब्बत करेंगे. एक दूसरे का आदर सम्मान करेंगे एक दूसरे के काम में मदद करेंगे तो यह प्यार और गहरा होता चला जाएगा.

एक बार एक व्यक्ति था. उसके पास गाड़ी बंगला घर बार बहुत अच्छा बिजनेस था. लेकिन पति पत्नी आपस में झगड़ते ही रहते थे. कभी सीधे मुंह एक दूसरे से बात ही नहीं करते थे. एक दिन उस व्यक्ति ने देखा. कि उसका जो नौकर है. वह बहुत खुश रहता है. समय पर काम पर आता और समय से चला जाता है जिस किसी दिन भी उसे रुकने के लिए बोला जाए वह रुकता नहीं. बोलता है कि मुझे घर जाना है मेरी पत्नी इंतजार कर रही है. एक दिन मालिक ने पूछ ही लिया. तुम्हारी पत्नी इतनी सुंदर भी नहीं है. तुम्हें कुछ कहती भी नहीं है फिर तुम अपनी पत्नी से इतना क्यों डरते हो. जो उसे पूछे बिना या उसे थोड़ा भी इंतजार नहीं करा सकते ?

तो नौकर ने जवाब दिया नहीं साहब मैं अपनी पत्नी से डरता नहीं बस उसका सम्मान करता हूं. वह मेरे लिए कितनी सारी भूमिकाएं निभाती है. जब मैं कोई गलत काम करने लगता हूं तो वह मां बन कर मेरा सही मार्गदर्शन करती है. जब मैं दुखी होता हूं तो एक दोस्त की तरह वह मेरा दुख बांट लेती है. और जब कभी मैं बीमार होता हूं तो डॉक्टर बनकर मुझे संभालती है. मेरे लिए खाना बनाना कपड़े धोना सारे काम करती है. तो क्या मैं उसके लिए एक पति का रिश्ता नहीं निभा सकता. क्या मैं उसके लिए एक अच्छा पति नहीं बन सकता क्या मैं उसे सम्मान नहीं दे सकता. वह सब कुछ मेरे लिए ही तो करती है. क्या मैं उसकी भावनाओं का सम्मान ना करूं. यह तो मेरा फर्ज बनता है. मैं उसका आदर सम्मान करूं उसके साथ घर के कामों में मदद करूं.

अगर पत्नी इतने सारे फर्ज निभा सकती है. तो क्या पति नहीं निभा सकता. वैसे औरतों को कमजोर कहा जाता है. और मर्द को शक्तिशाली. जबकि औरतें हर एक भूमिका बड़ी अच्छी से निभाती है. और आदमी अपने पति होने की भूमिका भी कभी-कभी अच्छी तरह नहीं निभा पाते हैं. अगर पत्नी बीमार है तो जरा सा सर पर हाथ रख देने से ही पत्नी की पूरी बीमारी दूर हो जाती है. अगर पत्नी किसी दूसरे काम में व्यस्त है
तो आदमी अगर उसका घर के काम में मदद कर देता है. तो उसे भी अच्छा लगता है. पति पत्नी का साथ तो होता ही मिलजुलकर साथ चलने के लिए है.

लेकिन दुनिया यह समझती है कि सारी जिम्मेदारियां केवल और केवल पत्नी की है. पति की कोई भी जिम्मेवारी नहीं है ऐसा नहीं होना चाहिए. घर दोनों ने मिलकर बनाया है बच्चे दोनों ने ही मिलकर पैदा किए हैं. तो दोनों का ही फर्ज बनता है कि अपने घर, जीवन को खुशहाल रखने के लिए दोनों ही एक दूसरे का सहारा बने. तभी दोनों का जीवन खुशहाल चल सकता है.
और सबसे बड़ी बात अगर कोई व्यक्ति अपनी पत्नी का आदर सम्मान करता है तभी तो वह दूसरों से भी उसका आदर सम्मान करवाता है जो खुद अपनी बीवी का आदर सम्मान नहीं करता तो जमाने वाले भी उसकी बीवी का मजाक ही उड़ाते हैं. इसलिए शुरुआत हमने अपने आप से करनी है हमने अपनी पत्नी को पूरा आदर सम्मान देना है ताकि दुनिया भी उसे पूरे आदर सम्मान के साथ देखें

ठीक है सब जवान है इसलिए यह मजाक उड़ा लेते हैं लेकिन पति पत्नी के रिश्ते का असल मायने तब पता चलते हैं जब बच्चों की शादी हो जाती है. क्योंकि जब शादी होती है एक दूसरे को जानने में ही वक्त बीत जाता है और घर में बच्चों की किलकारियां गूंज उठती है फिर सारी उम्र उन बच्चों के लिए दौड़ते रहते हैं. उनकी जिम्मेदारियां पूरियां करते रहते हैं. लेकिन जब उनकी शादी हो जाती है तो पति पत्नी अकेले रह जाते हैं. एक दूसरे के रिश्ते का सही एहसास होता है.

तो फिर चलो अगर पति है तो पत्नी की और अगर पत्नी है तो पति की सहायता करते हुए अपने ग्रस्त जीवन को खुशहाल बनाते हैं.

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